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Rose Exihibition-2010, Bhopal

Tuesday, January 23, 2007

Image of Mirror

मैं अपने आईने में एक आईना देखता हूँ
यह तुम्हारे घर में टंगा था

और उसमें हम देखते थे

एक दूसरे को...
आईना तुम और मैं,
एक अच्छा फ़्रेम था...

मेरे आईने में जो आईना दिखता है,
उसमे भी तुम्हारे और मेरे चेहरे
साथ साथ दिखते हैं...

लेकिन अभी तुम मुझसे लिपट कर
आईने के सामने खड़ी नहीं हो

शायद मैं सपने में
तुम्हारा आईना अपने आईने में देख रहा था...

या, अपना आईना देख कर
सपना देख रहा था...

कुछ भी हो,
तुम आईने में दिख तो रही थी,
लेकिन तुम वहाँ नहीं थी...

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